जुडवाँ गर्भधारणा कैसे होती है ? जुडवाँ बच्चे होना वाकई कुदरत का करिश्मा होता है और इस विषय के बारे में सभी के मन में कौतुहल होता ही है| इस ब्लॉग में हम देखेंगे कि ट्विन्स या जुडवाँ बच्चे कैसे कन्सीव्ह होते हैं और इस के पीछे कारण क्या होता है! वैसे तो जुडवाँ बच्चे पैदा होने की औसत देखी जाए तो २५० में १ जुडवाँ बच्चों की डिलिव्हरी होती है| सब से पहले यह जान लेना जरूरी है कि जुडवाँ बच्चे दो प्रकार के होते हैं: · आयडेंटिकल या बिलकुल एक जैसे जुडवाँ बच्चे: ऐसे बच्चों का चेहरा-मोहरा , शक्ल-सुरत बिलकुल एक जैसी होती है| · नॉन-आयडेंटिकल जुडवाँ बच्चे: इनका प्रमाण ज्यादा होता है | इन जुडवाँ बच्चों का जन्म जरूर एक साथ होता है लेकिन ये एक दूसरे से दिखने में, हावभाव में भिन्न होते हैं| ये दोनों प्रकार एक दूसरे से अलग होते हैं| अब देखते हैं कि ये कैसे कन्सीव्ह होते हैं! · नॉन- आयडेंटिकल जुडवाँ बच्चों को डाय-झायगोटिक ट्विन्...