Skip to main content

Posts

Showing posts from October, 2021

बार बार गर्भपात? क्या सावधानी लें?

 बार बार गर्भपात? क्या सावधानी लें? गर्भाधान एक आनंददायक अनुभव होता है| लेकिन कई बार कई दंपतियों में गर्भाधान तो हो जाता है पर प्रेग्नंसी आगे बढ़ नहीं पाती| गर्भाधान हो जाने के कुछ हफ़्तों बाद ही गर्भपात हो जाता है| जाहीर है, ऐसे दंपती निराश और परेशान तो हो ही जाते हैं और साथ ही उनके मन में यह सवाल आता रहता है कि आखिर क्यों होता है बार बार गर्भपात? इस ब्लॉग में जानिए: ·         बार बार गर्भपात होने के कारण क्या है? ·         इस स्थिति का निदान कैसे किया जा सकता है? ·         इसका इलाज क्या है? रिकरंट या बार बार होनेवाले गर्भपात के कारण: यदि किसी महिला का २ या अधिक बार लगातार गर्भपात हो जाता है तो उसे रिकरंट गर्भपात की स्थिति समझी जाती है| १ % दंपती में यह स्थिति देखी जाती है| इसके तीन कारण होते हैं: बीज, जमीन और वातावरण से संबंधित कारण याने: १.      जब गर्भाधान होता है तो भ्रूण स्वस्थ होना चाहिए २.      बच्चेदानी स्वस्थ और सक्रिय होनी चाहिए ३.      माँ के खून में कोई अँटीबडीज या असामान्यताएँ नहीं होनी चाहिए जब गर्भपात बार बार होता है तो इसमें से एक कारण होता है| गर्भाशय में झिल्ली या सेप

क्यों होता है मिसकॅरेज – जानिए कारण और उपाय!

  क्यों होता है मिसकॅरेज – जानिए कारण और उपाय!   स्वत: गर्भपात या मिसकॅरेज, किसी भी महिला के जीवन में एक बहुत ही पीड़ादायक अनुभव होता है| जब ऐसा होता है तो बारबार एक ही सवाल मन में आता है – क्या ऐसा गर्भपात टाला जा सकता है ? मिसकॅरेज के तीन प्रमुख कारण होते हैं: !. भ्रूण के अंदर कोई खराबी होना २. बच्चेदानी में झिल्ली या कोई बनावटी खराबी होना ३. महिला के खून के अंदर कोई अँटीबडी या गाढापन होना इन तीनों को सीड ,  सॉइल और एन्व्हायरन्मेंट के दोष याने ये भ्रूण ,  बच्चेदानी और भ्रूण के आसपास के रक्तप्रवाह से जुड़े दोष समझे जाते हैं| ८०% केसेस में भ्रूण के अंदर के दोष की वजह से गर्भपात हो जाता है| शुक्राणु और अंडे के मिलन से अंडे का फलन होकर माँ के शरीर के अंदर भ्रूण बनता है| २३ क्रोमोझोम माँ के और २३ पिता के मिलाकर ४६ क्रोमोझोम का एक भ्रूण बनता है| जब ये क्रोमोझोम मिलते हैं तो कभीकभी कुछ टूट जाते है |  इसलिए माता-पिता के क्रोमोझोम नॉर्मल होकर भी मियोसिस प्रक्रिया में होनेवाली किसी खराबी के कारण भ्रूण के अंदर कोई क्रोमोझोम से संबंधित जेनेटिक असाधारणता उत्पन्न हो जाती है| शरीर में जितने भ्रूण बनत

गर्भपात क्यों होता है?

 गर्भपात क्यों होता है? गर्भपात की समस्या बहुत ही आम है| गर्भावस्था के पहले छ: महीनों में यदि ब्लीडिंग होकर गर्भावस्था खंडित हो जाती है तो उसे गर्भपात कहा जाता है| कई बार मेडिकल टर्मिनेशन भी किया जाता है| जब अनचाहा गर्भ होता है या बच्चे में कुछ जन्मजात दोष होता है तो ऐसे मामलों में वैद्यकीय गर्भपात किया जाता है| लेकिन कुछ केसेस में यह क्रिया अपने आप हो जाती है| गर्भावस्था पूरी नहीं हो पाती| लगभग १०-२०%  महिलाओं में गर्भपात होते हैं| अगर महिला की उम्र ३५ से अधिक हो तो उम्र बढने से तंदुरुस्त गर्भ का विकास होना मुश्किल हो जाता है और इस वजह से गर्भपात होते हैं| प्राकृतिक रूप से गर्भ का विकास रुक जाता है और ब्लीडिंग होकर गर्भपात हो जाता है| गर्भपात के दो प्रमुख कारण होते हैं: ·         फीटल कारण, याने भ्रूण में दोष: भ्रूण में कुछ दोष, कमी या विकृति हो तो प्राकृतिक रूप से ही उसका विकास नहीं हो पता और गर्भपात हो जाता है| ·         मॅटरनल कारण, याने माँ के शरीर में समस्या: अगर बच्चेदानी में झिल्ली होन या लायनिंग में गठान या फायब्रॉईड हो या माँ के खून में ऐसे कोई लक्षण हो जिससे खून में गठानें य